यह संपूर्ण विश्व की शांति के लिए किया जाने वाला मंत्र है. इसमें जाप किया गया है, कि आकाश, अंतरिक्ष, पृथ्वी, जल, औषधि, वनस्पतियां, समस्त प्रकार के देवी-देवता, ईश्वर हमें शांति प्रदान करें.
शांति पाठ का उपनिषदों में सबसे अधिक वर्णन किया गया है, इस मंत्र के उच्चारण से व्यक्ति को शांति की अनुभूति होती है, तथा वातावरण से भी उसे सुख एवं समृद्धि मिलती है.
शांति मंत्र के माध्यम से ईश्वर से प्रार्थना की गई है इस जगत में सभी जीवो वनस्पतियों एवं प्रकृति में शांति बनी रहे. विशेषकर इस पाठ का उच्चारण तब किया जाता है जब हिंदू संप्रदाय में किसी धार्मिक कार्य एवं कृत्य, संस्कार या फिर किसी यज्ञ के आरंभ करने के बाद अंत में शांति पाठ मंत्र का उच्चारण करते है।
Shanti Path Mantra – संस्कृत मंत्र PDF
ॐ द्यौ: शान्तिरन्तरिक्षं शान्ति:
पृथिवी शान्तिराप: शान्तिरोषधय: शान्ति:।
वनस्पतय: शान्तिर्विश्वेदेवा: शान्तिर्ब्रह्म शान्ति:
सर्वं शान्ति:, शान्तिरेव शान्ति: सा मा शान्तिरेधि ॥
ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति: ॥
अर्थ: शांति पाठ मंत्र में सृष्टि में मौजूद समस्त कारको एवं तत्वों में शांति बनाए रखने की प्रार्थना की जाती है. इसमें कहा गया है द्युलोक में, अंतरिक्ष में, पृथ्वी पर, जल में, औषधियों में, वनस्पतियों में, विश्व में, सभी देवता गणों में शांति हो ब्रह्मा में सब में शांति हो, चारों और शांति हो, शांति हो, शांति हो, शांति हो।
Lyrics in English
Om Dhyaoo Shanti Rantrishagawam, Shanti
Prithvi, Shanti Rapa, Shanti Roshdhaya, Shanti
Vanaspatya, Sahnti Vishvdeva, Shanti Brahma, Shanti
Sarvagam, Shanti, Shanti Reva Shanti Sama, Shanti Redhi,
Om Shanti Shanti Shanti Om”
शांति पाठ मंत्र के फायदे
- रक्त संचार ठीक होता है.
- आपके मन को शांति मिलती है.
- और अधिक प्रकृति का अनुभव प्राप्त होता है.
- ईश्वर पर विश्वास और अधिक बढ़ता है.
- यदि आप शुद्ध उच्चारण के साथ इस मंत्र को बोलते हैं, उसे आपके मन पर सकारात्मक एवं नकारात्मक भाव दूर हो जाते हैं.
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